गौसेवक संत पंडित श्री प्रभूजी नागर के ओजस्वी प्रवचन सुनने के लिये राजस्थान एवं मध्यप्रदेश के हजारों श्रद्धालु पहुंचेंगे
न्यूजवेव @ कोटा/झालावाड़
झालावाड जिले में अकलेरा-मनोहरथाना के बीच स्थित प्रसिद्ध तीर्थस्थल श्रीकामखेड़ा बालाजी धाम में आगामी 28 नवंबर से 4 दिसंबर तक विराट श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव आयोजित होगा। आयोजन समिति के प्रवक्ता ने बताया कि मालवा के गौसेवक संत पंडित श्री प्रभूजी नागर के श्रीमुख से प्रतिदिन दोपहर 12 से 3 बजे तक ओजस्वी प्रवचन सुनने के लिये हाडौती एवं मालवा के ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालु कामखेडा बालाजी धाम पहुंचेंगे।
मनोहरथाना के पूर्व विधायक कंवरलाल मीणा ने बताया कि तीर्थनगरी में लम्बे समय बाद हो रही इस विराट धर्मसभा को लेकर विभिन्न समितियां गठित कर व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। इसके लिये 20 बीघा क्षेत्रफल के कथा स्थल पर 70 हजार की क्षमता वाला विशाल पांडाल बनाया जा रहा है, जिसमें महिला एवं पुरूष श्रद्धालु अलग-अलग बैठकर शांतिपूर्वक कथा श्रवण करेंगे एवं सुबह-शाम श्री कामखेडा बालाजी के दर्शनलाभ भी ले सकेंगे।
सोमवार को भागवत कथा आयोजन समिति द्वारा श्रीकामखेडा बालाजी मंदिर एवं गणेशजी मंदिर पर पूजा अर्चना करके तीर्थस्थल पर इस विराट धार्मिक आयोजन के निमंत्रण पत्र भेंट किये गये। साथ ही, इन दिनों गौसेवक गांव-गांव में पीले चांवल बांटकर रोजाना श्रीमद् भागवत कथा सुनने का न्यौता दे रहे हैं।
जहां भी रहो भक्तिभाव से जुडे़ रहो
गौसेवक संत पंडित प्रभूजी नागर ने कहा कि जिन्हें श्रीमद भागवत कथा का श्रवण करने का अवसर मिलता है, वे बहुत सौभाग्यशाली होते हैं। भगवान की पवित्र कथा को कभी पीठ नहीं दिखाना चाहिए। भागवत कथा के श्रवण से मनुष्य भवसागर पार हो जाता है। जीवन में दोषों से बचने के लिए भगवान का ध्यान करो, भजन करो, निरंतर सत्संग करते रहो। गुरु के दर्शन मात्र से मन में भक्ति भाव जागृत होते हैं। इसलिये जहां भी रहो, जैसे भी रहो, हमेशा भक्तिभाव से जुडे़ रहो।