Friday, 26 April, 2024

 करिअर पाॅइंट यूनिवर्सिटी में कैंसर निदान एवं फिजियो थेरेपी पर वर्कशॉप

न्यूजवेव कोटा
करिअर पाॅइंट यूनिवर्सिटी के हेल्थ साइंस एवं फिजियोथेरेपी विभाग द्वारा कैंसर और लिम्फोडेमा मेनेजमेंट पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ कॉर्डिनेटर एवं फिजियोथेरेपी विभागाध्यक्ष डाॅ. पुष्पेन्द्र यदुवंशी ने व्याख्यान से किया। मुख्य वक्ता डाॅ. प्रोफेसर शैलेन्द्र मेहता ने बताया कि वर्तमान मे जब कैंसर एक महामारी का रूप लेता जा रहा है तब कैंसर पीड़ित मरीजों का पुनर्वास महत्वपूर्ण हो गया है। इस पुनर्वास प्रक्रिया मे फिजियो थेरेपी का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा जिससे मरीज के दर्द से लेकर सर्जरी के बाद त्वचा और जोइंट की समस्या को दूर किया जा सकेगा।
उद्घाटन सत्र मे विशिष्ठ अतिथि एम.बी.एस. हाॅस्पीटल के अधीक्षक डाॅ. नवीन सक्सेना एवं कैंसर सर्जन डाॅ. कौशल गौत्तम रहे। अध्यक्षता सीपीयू के कुलपति डाॅ. सुमेर सिंह ने की । डाॅ. नवीन सक्सेना ने कहा कि फिजियोथेरेपी आजकल सबसे उभरता हुआ क्षेत्र है और हर तरह के मरीजों के पुनर्वास से पहले और बाद मे फिजियोथेरेपी का महत्वपूर्ण योगदान है। डाॅ. कौशल गौत्तम ने कैंसर सर्जरी मे फिजियोथेरेपी के रोल, स्किन स्कार, सोफ्ट टिश्यू, स्किन मोबिलाइजेशन, जाइंट स्टिफनेस, लिम्फोडेमा मेनेजमेट मे फिजियोथेरेपी की भूमिका के बारे मे चर्चा की।
 वर्कशॉप के तकनिकी सहायक डाॅ. हिमांशु शर्मा ने बताया कि कार्यशाला मे कोटा के बाहर के फिजियोथेपी विद्यार्थी भी भाग लेने आये है। कुलपति डाॅ. सुमेर सिंह ने सभी आभार किया। इस कार्यक्रम मे डाॅ. त्रिवेदी, डाॅ. केचन, डाॅ. एम के गुप्ता एवं डाॅ. क्रिस्टोफर उपस्थित थे। कार्यशाला के दूसरे दिन बे्रस्ट कैंसर मेनेजमेंट, मल्टीलेवल लिम्फोडेमा बेंडेजिंग, कैंसर मेनेजमेंट की विभिन्न तकनीक, उपचार, त्वचा एवं नाखून केयर पर विस्तार से चर्चा की गई। वर्कशॉप के दूसरे दिन विद्यार्थियों को स्तन कैंसर के उपचार में काम आने वाली एमएल एलबी तकनीक का अभ्यास कराया गया।  कूल्हे एवं पेट कैंसर के पुनर्वास में काम आने वाली बैंडेजिंग तकनीक आईपी सी की बारीकियों को समझाया गया और साथ ही कैंसर के पुनर्वास में फिजियो थेरेपी की भूमिका  का महत्व भी समझाया गया ।
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