Wednesday, 16 April, 2025

जीवन में कथा श्रवण किये बिना भगवान नहीं मिलते- संत चिन्मयानंद महाराज

भगवान श्री पिप्पलेश्वर महादेव मंदिर में भक्तमाल कथा का भव्य शुभारंभ
न्यूजवेव @ कोटा.


भगवान श्री पिप्पलेश्वर महादेव मंदिर कम्पिटीशन कॉलोनी कोटा में श्री भक्तमाल कथा का भव्य शुभारंभ मंगलवार को हुआ। कथा के प्रथम सोपान में वृंदावन से पधारे पूज्य संत श्री चिन्मयानंद महाराज ने श्रीकृष्ण भक्ति की महिमा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि वृंदावन में श्री राधे रानी की निरंतर उपासना ही सर्वोपरि है। वृंदावन में बड़े-बड़े संत श्री हरिदास महाराज, हित हरिवंश महाराज, हरि व्यास महाराज ने मंजरी भाव अर्थात दासी भाव से राधे रानी के उपासना की है।
महाराज ने कहा कि भगवान अपने भक्तों की कथा सुनकर अति आनंदित होते हैं। भक्तों की कथा सुनना सबसे बड़ा सत्संग है। कथा में गुजरात जूनागढ़ से पधारे 1008 स्वामी श्री रामधारी महाराज ने आशीर्वचन स्वरूप प्रवचन देकर सभी भक्तों को आशीर्वाद दिया। महाराज श्री ने कहा कि जहां भी राम कथा होती है वहां हनुमानजी आते हैं और वे ही प्रधान श्रोता होते हैं। उन्होंने कहा कि विश्वास करना ही श्रद्धा होती है। केवल शास्त्र वचन पर ही विश्वास नहीं करें, वेद, गुरू पर विश्वास करें, श्रद्धा रखे।


उन्होंने कहा कि कथा-सत्संग सुने बिना भगवान नहीं मिल सकते। जरूरी नहीं पांडाल में कथा सुने, आप सब तो भाग्यशाली है जिनके द्वार कथा हो रही है। उन्होंने भारत को देवताओं और संतों की भूमि होने से सर्वश्रेष्ठ बताया। उन्होंने कहा कि जहां गंगा का पानी ऋषि मुनियों की वाणी और भगवान राम की कहानी हो उससे श्रेष्ठ देश नहीं हो सकता। महाराजश्री ने कहा कि कथा सुनने से मन का मेल दूर होता है। अभिमान का मेल भगवान दूूर कर देता है।
मंदिर समिति के अध्यक्ष भारत भूषण अरोडा ने बताया कि बुधवार को कथा में श्री राधे रानी एवं ठाकुर जी के युगल स्वरूप को प्रकट करने वाले वृंदावन के तीन संत श्री हरिदास महाराज जिन्होंने बांके बिहारी को प्रकट किया एवं हित हरिवंश महाराज जिन्होंने राधावल्लभ को प्रकट किया उनके चरित्र की कथा सुनाई जाएगी। पहले दिन बडी संख्या में भक्त भावभक्ति में लीन रहे। अंत में महाआरती हुई।

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