Friday, 23 May, 2025

NEET-UG मेरिट में टॉप-8 रैंक पर एलन का कब्जा

ऑल इंडिया रैंक- 1, 2, 4, 5, 6, 8, 9 व 10 पर एलन विद्यार्थी क्वालिफाई
न्यूजवेव कोटा
नीट-यूजी, 2019 के रिजल्ट में एलन कॅरिअर इंस्टीट्यूट के स्टूडेंट्स शीर्ष रैंक पर छाये रहे। संस्थान के नलिन खंडेलवाल ऑल इंडिया टॉपर रहे। मेरिट सूची की टॉप-10 में से 8 रैंक-1,2,4,5,6,8,9 व 10 पर एलन स्टूडेंट्स ने बाजी मारी है।

निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि संस्थान से दो वर्ष क्लासरूम कोचिंग लेने वाले सीकर के छात्र नलिन खंडेलवाल 720 में से 701 अंक हासिल कर ऑल इंडिया टॉपर बने। एआईआर-2 पर दिल्ली के भाविक बंसल, रैंक-4 पर फरीदाबाद के स्वास्तिक भाटिया, रैंक-5 पर मेरठ के अनन्त जैन, रैंक-6 पर नासिक के सार्थक राघवेन्द्र, रैंक-8 पर लखनऊ के धु्रव कुशवाह, रैंक-9 पर देहरादून के मिहिर राय तथा रैंक-10 पर होशंगाबाद के राघव दुबे सलेक्ट हुये हैं।
सबसे बडी प्रवेश परीक्षा में उम्मीदों भरा रिजल्ट मिलने पर संस्थान में खुशी के ढोल बज उठे। विद्यार्थियों ने शिक्षकों के साथ सफलता का जश्न मनाया।

टॉपर्स टॉक-
जेईई-मेन के पेपर सॉल्व कर नीट टॉपर बना

नलिन खंडेलवाल, AIR-1
पिता- डॉ. राकेश व मां- डॉ. वनिता 

Nitin Khandelwal

नीट का पेपर देने के बाद टॉप-10 में आने की उम्मीद थी। मम्मी-पापा डॉक्टर और बड़ा भाई निहितएसएनएमसी जोधुपर से एमबीबीएस कर रहा है, इसलिये घर में हमेशा पढाई का माहौल मिला। कोटा आकर एलन में नेशनल लेवल का कॉम्पिटिशन मिला। क्लास में एक-दूसरे से कॉम्पिटिशन में आगे निकलने की जिद पैदा की। यही मेरे लिये टर्निंग पॉइंट रहा। 12वीें बोर्ड में 95.8 प्रतिशत अंक मिलने से आत्मविश्वास बढा।
रिलेक्स होने का फार्मूला
2 साल कोटा में रहते हुये पढ़ाई को पूरा एंजॉय किया। जितना पढता था, मन लगाकर पढा। रोज 7 घंटे नींद लेने से ब्रेन फ्रेेश रहता था। हालांकि रोज का टारेगेट पूरा करके ही सोता था। नीट के अच्छे स्कोर के लिए रणनीति बनाकर तैयारी की। एनसीईआरटी सिलेबस पर फोकस किया। एक ही टॉपिक की मल्टीपल रीडिंग की और नोटृस का रोज रिवीजन किया। नीट के अलावा जेईई मेन के प्रीवियस पेपर्स भी सॉल्व किये। कई बार जेईई मेन के क्वेश्चन नीट में पूछे जाते हैं। तीनो सब्जेक्ट एक समान समय दिया। जिससे बहुत मदद मिली।

खुद पर भरोसा किया और कर दिखाया

राघव दुबे, AIR- 10
पिताः हर्षित दुबे ,व्यापारी व मांः रश्मि दुबे 

Raghav Dubey

होशंगाबाद के छात्र राघव दुबे ने नीट में 691 अंकों से एआईआर-10 हासिल की है। डॉक्टर बनने का ख्वाब लेकर उसने कोटा में एलन से क्लासरूम कोचिंग ली। पहले दिन से खुद पर भरोसा था कि मैं कर सकता हूं और उसी भरोसे से तैयारी में जुट गया। बोर्ड परीक्षा के साथ नीट की तैयारी को चुनौती के रूप में लिया। कंसेप्ट पर फोकस किया। फैकल्टी से डाउट पूछने में कभी झिझक महसूस नहीं हुई। रैंक के बारे में कभी नहीं सोचा। पेपर अच्छा होने से टॉप-100 की उम्मीद थी। रोज क्लासरूम के बाद 7-8 घंटे स्टडी करने से फ्लो बना रहा। मुश्किल टॉपिक पर हम ग्रुप डिस्कशन करते थे। नीट में एनसीईआरटी सिलेबस पर फोकस किया। होमवर्क रोज पूरा करके रिवाइज करने की आदत बहुत काम आई। एम्स में भी अच्छी रैंक की उम्मीद है। कॉर्डियोलॉजी में स्पेशलाइजेशन करना चाहता हूं।

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