Thursday, 12 December, 2024

बिहार के 11 वर्षीय सोनू ने IAS बनने की ठानी, एलन ने गोद लेकर उसकी जिद मानी

एलन कॅरिअर इंस्टीट्यूट के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने कहा, सपने सच होने तक हम सोनू का हाथ नहीं छोडेंगे, कोटा में देंगे नि:शुल्क शिक्षा
न्यूजवेव @ कोटा

‘झुकती है दुनिया, झुकाने वाला चाहिये’ इन पंक्तियों को सच करने का सपना लेकर बिहार के नालंदा जिले के एक छोटे से कक्षा-5वीं का छात्र सोनू अपने दम पर आईएएस बनना चाहता है। 100 घरों के इस छोटे से गांव की आबादी 400 है। बचपन से अभाव और आर्थिक संकटो से जूझते परिवार में आगे पढने का सपना लेकर 11 साल का सोनू कक्षा-5वीं में पढते हुये अन्य छात्रों को पढाता भी है।
इस माटी के लाल का आत्मविश्वास उस समय सामने आया जब बिहार के मुख्यमंत्री भीड़ में उसकी आवाज सुनकर रूके और उसके मन की इच्छा को सुना। सोनू ने कहा कि वह भी एक दिन अपनी मेहनत से आईएएस बनना चाहता है, बस उसे अच्छी पढाई करने का माहौल मिल जाये। उसके विडियो को देशभर के बच्चों ने बहुत पसंद किया। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात को सुनकर बहुत प्रभावित है, एक बार मोदी जी से मिलना चाहता है।


एलन कॅरिअर इंस्टीट्यूट के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने जब यह विडियो सुना तो एक शिक्षक होने के नाते उन्होंने सोनू को गोद लेकर भविष्य की सारी शिक्षा नि:शुल्क देकर उसका सपना सच करने का भरोसा दिलाया।
इस संबंध में शुक्रवार रात सोनू के परिजनों से बात की। उन्होंने एलन द्वारा गरीब बेटे को आगे की पढाई करवाने की जिम्मेदारी लेने पर संस्थान का आभार जताया। सोनू को कोटा आकर नि:शुल्क पढाई करने का ऑफर दिया गया, जिस पर उसने कहा कि वो परिवार के साथ कोटा आकर पढाई का वातावरण देखेगा। वह चाहता है उसकी पढ़ाई मातृभाषा हिंदी में हो। इस पर बृजेश माहेश्वरी ने विश्वास दिलाया कि उसे पढ़ाई हिन्दी माध्यम में ही करवाएंगे।
गांव-ढाणी में छिपे हैं कोहिनूर
माहेश्वरी ने कहा कि आज भारत के सुदूर गांव-ढाणी में ऐसे कई कोहिनूर छिपे हैं। जो सक्षम है वे ऐसे बच्चों को आगे पढाने की जिम्मेदारी ले लें तो देश में नवनिर्माण की तस्वीर साकार की जा सकती है। देश का एक भी होनहार बच्चा अच्छी पढाई से वंचित नहीं रहना चाहिये। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करता हूं कि देश के सक्षम व समर्थ वर्ग को इस मिशन से जोडकर गांवों की होनहार प्रतिभाओं को निशुल्क शिक्षा के माध्यम से तराशने का राष्ट्रीय अभियान प्रारंभ करें।
उन्होंने बताया कि एलन टैलेंटेक्स, एलन चैम्प के माध्यम से भी प्रतिभावान बच्चों को शिक्षा के लिए आर्थिक सहयोग किया जाता है। एलन स्कॉलरशिप एडमिशन टेस्ट (ASAT) के माध्यम से स्टूडेंट्स की योग्यता के आधार पर 90 प्रतिशत तक फीस में रियायत दी जाती है। संस्थान द्वारा प्रतिभावान गरीब विद्यार्थियों को कोचिंग शुल्क में छूट दी जाती है।
कोविड प्रभावित एवं शहीदों के बच्चों को निशुल्क शिक्षा
एलन द्वारा कोरोना की दूसरी लहर में परिजन खो चुके बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने की घोषणा की गई है। साथ ही, राष्ट्र के लिये प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों के बच्चों को भी निशुल्क शिक्षा दी जा रही है। देश में पुलवामा, करगिल व अन्य युद्धों में या सीमा की रक्षा करते समय शहीद हुए सैनिकों के बच्चों को शौर्य छात्रवृत्ति देते हुए निशुल्क शिक्षा दी जा रही है।
एलन द्वारा ‘गुदड़ी के लाल’ स्कॉलरशिप के तहत देशभर के निर्धन विद्यार्थियों की मदद की जाती है। इस स्कीम के तहत इंजीनियरिंग व मेडिकल में ग्रेजुएशन प्रोग्राम की पढ़ाई करने वाले निर्धन परिवार के प्रतिभावान विद्यार्थियों को प्रतिमाह चार वर्ष तक स्कॉलरशिप दी जाती है। राजस्थान के विभिन्न आदिवासी क्षेत्रों में निवास करने वाले बच्चों को आदिवासी क्षेत्र विकास विभाग के साथ मिलकर निशुल्क शिक्षा एवं कोचिंग दी जा रही है।

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