कोटा मे केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी होंगेे मुख्य अतिथि
न्यूजवेव @ नईदिल्ली/कोटा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विश्वकर्मा जयंती पर रविवार प्रातः 11 बजे नईदिल्ली में इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर पर ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ का शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर देशभर में कार्यक्रम होंगे। कोटा मे आयोजित कार्यक्रम मे केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी मुख्य अतिथि होंगे। जिसमें . हाड़ौती क्षेत्र के 400 से अधिक पारम्परिक कारीगर और शिल्पकार शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी का पारंपरिक शिल्प में कार्यरत लोगों को सहायता करने पर ध्यान केन्द्रित रहा है। इस योजना के माध्यम से कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक संबल देने के साथ ही स्थानीय उत्पादों, कला और शिल्प के माध्यम से सदियों पुरानी परंपराओं, संस्कृति और विरासत को समृद्ध बनाए रखने की योजना है।
15 हजार का टूलकिट व सस्ता लोन भी
सूत्रों ने बताया कि 13,000 करोड़ रुपये की पीएम विश्वकर्मा योजना केंद्र सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित है। इस योजना में बायोमेट्रिक आधारित पीएम विश्वकर्मा पोर्टल का उपयोग करके सामान्य सेवा केंद्रों के माध्यम से विश्वकर्माओं का निःशुल्क पंजीयन किया जाएगा। उन्हें पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और पहचान-पत्र, मूलभूत और उन्नत प्रशिक्षण से जुड़े कौशल उन्नयन, 15,000 रुपये का टूलकिट प्रोत्साहन, 5 प्रतिशत की रियायती ब्याज दर पर 1 लाख रुपये (पहली किश्त) और 2 लाख रुपये (दूसरी किश्त) तक ऋण सहायता, डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन और मान्यता प्रदान की जाएगी ।
पीएम विश्वकर्मा योजना में कौन-कौन
यह योजना देश में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को बहुत सहायता करेगी। पीएम विश्वकर्मा के तहत 18 पारंपरिक शिल्पों को शामिल किया गया है। इनमें बढ़ई, नौका निर्माता, शस्त्र साज, लुहार, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, ताला बनाने वाला, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, पत्थर तोड़ने वाला, मोची (जूता/जूता कारीगर), राजमिस्त्री, टोकरी, चटाई, झाड़ू निर्माता, कॉयर बुनकर, गुड़िया और खिलौना निर्माता, नाई, माला बनाने वाला, धोबी, दर्जी और मछली पकड़ने का जाल बनाने वाला आदि शामिल हैं।